Tuesday, April 26, 2011

Because you are so beautiful!

Like sweet vagueness
of half forgotten early morning dream
Like sparkling charm
of a careless youthful stream

Like in a crowded strange land
comfort of holding a familiar hand
Like the liberating smell of early summer rain
or on a sad noon, soothing sound of a distant strain

Like a heart can feel all that
and much more, at a slight
sure love can happen
and has happened at first sight

3 comments:

Mridani said...

Incredibly written...and very charming!! :)

ashish said...
This comment has been removed by the author.
ashish said...

कुछ आंसू , कुछ आहटें...
कुछ ख़ुशी , कुछ राहतें..
कितने ख्वाब , कितनी कशिश..
कितनी अनजान मंजिलों की ख्वाहिश...
क्या क्या मैं देखता हूँ तेरी निगाहों में...
मानो मेरा जहां हो पलकों की छाँव में....
जाने ये क्या नशा सा है तेरी अदाओं में..
खुश किस्मती सी लगती है तेरी पनाहों में..
हसकर कभी रुकी तो बदली सी छा गयी..
जो फिर से मुस्कुराई तो चमक सी आ गयी..
तेरे छूने से ये गुमान दिल पे छा गया....
तू आई तो लगता है के जन्नत में आ गया ..
जाने मैं मिलने पाऊँगा तुझसे या फिर नहीं...
जाने ये कहने पाऊँगा या फिर कभी नहीं..
कि तुझसे हारने तेरा दिल जीतने में इक मजा है...
और मेरी जान तेरे बिन ये जिदगी तो बस सजा है...